इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति को स्टोर रूम में बक्से पर सुलाया, किस शख्स ने की यह बेअदबी? जानें पूरी कहानी

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नई दिल्ली. इंफोसिस (Infosys) के संस्थापक नारायण मूर्ति (Narayana Murthy) को अपनी कंपनी के शुरुआती दिनों में काफी कठिन हालात का सामना करना पड़ा था. यहां तक कि उनके एक अमेरिकी ग्राहक ने तो एक बार उनको बगैर किसी खिड़की वाले एक स्टोर रूम में एक बक्से पर रात में सोने के लिए मजबूर कर दिया था. आईटी दिग्गज की जिंदगी के शुरुआती दिनों पर एक नई किताब में इस घटना का खुलासा हुआ है. ‘एन अनकॉमन लव: द अर्ली लाइफ ऑफ सुधा एंड नारायण मूर्ति’ नामक किताब में कहा गया है कि अमेरिकी बिजनेस मैन डॉन लिल्स ने अपने घर में चार बेडरूम होने के बावजूद नारायण मूर्ति को स्टोर रूम में सुलाया था.

डॉन की न्यूयॉर्क स्थित कंपनी डेटा बेसिक्स कॉर्पोरेशन इंफोसिस की ग्राहक थी. पुस्तक में बताया गया है कि यह कंपनी नारायण मूर्ति के लिए काफी अप्रिय थी. लेखिका चित्रा बनर्जी दिवाकरुनी की किताब में कहा गया है कि एक बार जब नारायण मूर्ति ग्राहक के काम के लिए अमेरिका गए, तो डॉन ने उन्हें स्टोर रूम में एक बड़े बक्से पर सुला दिया, जो डिब्बों से भरा हुआ था. हालांकि उनके घर में चार शयनकक्ष थे. इसके अलावा नारायण मूर्ति को अंतिम समय में भी संसाधनों के लिए डॉन की कई की मांगों का प्रबंधन करना पड़ता था.

इसके साथ ही जब भी संभव होता, वह अक्सर पेमेंट में देरी करता था और तब उसे मूर्ति के गुस्से का निशाना बनना पड़ता था क्योंकि वह अपनी बात पर अड़ा रहता था और सेवाओं के लिए समय पर भुगतान करने से इनकार कर देता था. डॉन नारायण मूर्ति और उसके इंफोसिस सहयोगियों को समय पर जानकारी नहीं देता था. जिससे उन्हें मैनहट्टन में उससे मिलने जाने के वक्त होटल बुक करने में मदद मिल सके. हालांकि नारायण मूर्ति ने अपनी कंपनी के लिए इस ग्राहक को बनाए रखने के लिए अमेरिकी व्यवसायी के व्यवहार को सहन किया. मगर एक बक्से पर सोने की घटना ने उन्हें वास्तव में चौंका दिया.

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इसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी सुधा मूर्ति से कहा कि ‘मेरी मां कहा करती थीं कि एक मेहमान भगवान के समान होता है. जिस तरह से आपने अपने मेहमानों के साथ व्यवहार किया उससे पता चलता है कि आप वास्तव में किस तरह के व्यक्ति थे. जब मेरे पिता बिना किसी सूचना के किसी को आमंत्रित करते थे, तो वह अक्सर अतिथि को अपना खाना परोसती थी और बिना खाना खाए ही सो जाती थीं. और यहां डॉन मुझे एक बड़े बक्से पर रात में सुलाने के बाद अपने शानदार बिस्तर पर अच्छी रात की नींद का आनंद ले रहा था. यह एक खिड़की रहित भंडार कक्ष था.’ इससे सुधा मूर्ति बहुत नाराज हो गईं.

Tags: America, Infosys, Narayana Murthy, Sudha Murthy

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