श्रीराम मंदिर में जलाई जाएगी 108 फीट लंबी अगरबत्ती, 3657 किलो सामग्री से बनी है, जानें क्या है खासियत

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हाइलाइट्स

अगरबत्ती रथ यात्रा का दौसा में हुआ जोरदार स्वागत
गुजरात के वड़ोदरा से अयोध्या ले जाई जा रही है यह

दौसा. अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर में 108 फीट लंबी अगरबत्ती जलाई जाएगी. गुजरात के वड़ोदरा में तैयार की गई 108 फीट की यह अगरबत्ती 1 जनवरी को वहां से रवाना हुई है. यह 13 जनवरी को रथ यात्रा के रूप में अयोध्या पहुंचेगी. रथ में सवार औषधीय युक्त अगरबत्ती जिस स्थान से होकर गुजरती है वहां के लोग उसका पूजन करने के लिए तैयार खड़े मिलते हैं. वहीं संबंधित थाना क्षेत्र की पुलिस रथ को दूसरे थाना क्षेत्र तक छोड़ने का काम करती है. रविवार को अगरबत्ती रथ यात्रा दौसा जिले में पहुंची. इस अवसर पर जिले में दर्जनों जगह राम भक्तों ने रथ को रुकवाकर अगरबत्ती का पूजन किया.

दौसा जिले के मेहंदीपुर बालाजी में स्थित पाड़ली मोड़ के पास रथ पहुंचते ही भक्तों ने श्री राम के जयकारों के साथ रथ यात्रा का स्वागत किया. इसके साथ ही अगरबत्ती निर्माता राम भक्त वड़ोदरा निवासी विहा भाई बरवाड़ का माला और साफा पहनाकर स्वागत किया गया. अगरबत्ती के निर्माता विहा भाई बरवाड़ ने बताया कि हजारों साल से राम भक्तों को इंतजार था कि भगवान राम कब अपने निज स्थान में पधारेंगे.

अब ये इंतजार 22 जनवरी को खत्म होने जा रहा है. सभी राम भक्तों को इस सुनहरे पल का इंतजार है. इस पल को यादगार बनाने के लिए हमने भगवान राम के लिए 108 फीट लंबी औषधीय युक्त अगरबत्ती का निर्माण किया है. ये सिर्फ 108 फीट लंबी अगरबत्ती नहीं है बल्कि ये 108 कुंडीय हवन यज्ञ भी है. हवन कुंड में जितनी सामग्री लगती है उतनी ही इस अगरबत्ती को बनाने में लगी है.

विहा भाई बरवाड़ ने बताया कि अगरबत्ती की पवित्रता को ध्यान में रखते हुए अगरबत्ती निर्माण में 374 किलो गुगल, 374 किलो गोला, 280 किलो जौ, 191 किलो गाय का घी, 108 किलो गुगल परफ्यूम, 475 किलो विभिन्न प्रकार की हवन सामग्री का इस्तेमाल किया गया है. इन समेत अन्य सामग्रियों को मिलाकर कुल 3657 किलो सामग्री को अगरबत्ती बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया है.

अगरबत्ती को बनाने में 6 महीने का वक्त लगा है
उन्होंने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम के चरणों में अगरबत्ती को अर्पित किया जाएगा. अगरबत्ती को जलाने के बाद ये लगातार 41 दिन तक जलती रहेगी. लेकिन अगर इसे ज्योति की तरह जलाएंगे तो 10 से 15 दिन लगातार जलती रहेगी. अगरबत्ती को पूरी तरह शास्त्रीय विधि अनुसार पवित्रता से बनाया गया है. अगरबत्ती को बनाने में 6 महीने का वक्त लगा है. रथ को बनाकर वड़ोदरा से अयोध्या तक ले जाने के लिए 4.10 लाख रुपए किराया लगा है.

उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में अर्पित कर चुके हैं 121 फीट लंबी अगरबत्ती
अगरबत्ती की कुल लागत 5 लाख रुपये आई है. इससे पहले उन्होंने 121 फीट की अगरबत्ती बनाकर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में अर्पित की थी. वह 47 दिन तक लगातार जली थी. विहा भाई बरवाड़ ने बताया कि वड़ोदरा से अयोध्या तक की हमारी 1300 किलोमीटर की यात्रा है. इसे हम 13 जनवरी को पूरा करेंगे. मेहंदीपुर बालाजी से गुजर रहे नेशनल हाइवे नंबर 21 पर अगरबत्ती पर पुष्प अर्पित कर लोगों ने जय श्री राम के जयकारे लगाए.

Tags: Ayodhya ram mandir, Dausa news, Rajasthan news, Ram Mandir

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